मनीष सूर्यवंशी ( वीर सूर्या टाइम्स )
उत्तर पूर्वी दिल्ली
मुस्तफाबाद विधानसभा के अंतर्गत दयालपुर वार्ड में स्थित वीर सावरकर हॉस्पिटल की बात करें तो हजारों की संख्या में बीमार लोग दिखाने आते है लेकिन दिखाने बाद उन्हें निराशा ही हाथ लगती है किसी विभाग के डॉक्टर को भी दिखा जाए तो लगभग प्रतिदिन ओपीडी 200 से 250 तक होती डॉक्टर डालने के सिवाय दूसरा काम नहीं करते दुख की बात यह है 1 से 2 घंटे में नंबर आता है तो देखने को मिलता है डॉक्टर के पास बुखार चेक करने के लिए थर्मामीटर तक नहीं होता मरीज सवाल करे तो वही डॉक्टर्स धमकाने का कार्य करते हैं उनको सलाह दी जाती है क्या थर्मामीटर भी नहीं खरीद सकते हो क्षेत्र के लोग वीर सावरकर हॉस्पिटल को लेकर करें तो क्या करें इसी जानकारी को लेकर हमारे संवाददाता मनीष सूर्यवंशी ने बाल रोग विशेषज्ञ महिला डॉक्टर के रूम में जाकर बात की तो मरीजों ने बताया डॉक्टर के पास थर्मामीटर तक नहीं होता ना ही बीपी चेक करने के लिए बीपी की मशीनें कोई सुविधा उपलब्ध भी नहीं है वही महिला डॉक्टर का कहना था हम कुछ नहीं कर सकते जो भी है आपके सामने है
थोड़ी देर बाद 12 बजकर 14 मिनट पर अनेकों मरीजों को छोड़कर वही महिला डॉक्टर् हॉस्पिटल से गाड़ी उठा कर चले गयी
मरीज करें तो क्या करें क्या समझे राम भरोसे चल रहा है वीर सावरकर हॉस्पिटल मुस्तफाबाद विधान सभा एवं करावल नगर विधानसभा के लोग किसे सुनाये दुख भरी कहानी
हमारे संवाददाता मनीष कुमार सूर्यवंशी अन्य डॉक्टरों से बात चीत की सभी डॉक्टर कहना था करें तो क्या करें कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है हॉस्पिटल में
अगर हॉस्पिटल में किसी मरीज को पानी जरूरत पड़ जाये कही भी पानी भी नहीं मिल सकता टैंकरों की बात करें तो
टैंकर कभी आते कभी नहीं आते मरीजों के परिजनों ने बतया कई बार शिकायत भी की है लेकिन किसी के कानों में जूं तक नहीं रेगता कैसे चलेगा वीर सावरकर हॉस्पिटल क्षेत्रीय जनता से बड़ी-बड़ी बातें करते हैं क्षेत्रीय नेता नगर निगम चुनाव से पहले नेता एकीकरण की बात करते थे लगता था नगर निगम में कुछ सुधार होगा लेकिन वही ढाक के तीन पात फिर वही बात क्या राम भरोसे चल रहा है वीर सावरकर हॉस्पिटल