मनीष सूर्यवंशी ( वीर सूर्या टाइम्स ) दिल्ली सरकार के वित्त मंत्री श्री कैलाश गहलोत के द्वारा आज 2023-24 का बजट दिल्ली विधानसभा में पेश किया गया। रोहतास नगर के विधायक जितेंद्र महाजन के अनुसार वित्त मंत्री द्वारा पेश किया गया बजट से दिल्ली की एक तिहाई आबादी जो कि यमुनापार में रहती है, को निराशा का सामना करना पड़ा है ।वित्त मंत्री के द्वारा यमुनापार के लिए के लिए कोई भी बड़ी छोटी योजना की घोषणा इस बजट में नहीं की गई है। यमुनापार के साथ सौतेला व्यवहार किया गया है। जितेंद्र महाजन के अनुसार इस बजट में यमुनापार में कोई नया हॉस्पिटल, नया स्कूल, कॉलेज बनाने की योजना दिल्ली सरकार के पास नहीं है। दिल्ली सरकार द्वारा यमुनापार के विकास के लिए यमुनापार विकास बोर्ड को पिछले 3 वर्षों से कोई बजट नहीं दिया गया है, तथा यमुनापार ही नहीं पूरी दिल्ली के बुजुर्गों के लिए पेंशन की व्यवस्था इस बजट में नहीं की गई है।
यमुनापार के लोगों को साफ पीने के पानी की व्यवस्था करने के लिए कोई अतिरिक्त उपाय नहीं किया गया है तथा पीने के पानी के बिलों पर भी इस बजट में कोई रियायत नहीं दी गई है। यमुनापार में आबादी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, परंतु विश्व स्तरीय शिक्षा देने की वादा करने वाली दिल्ली सरकार ने एक भी नया स्कूल पिछले वर्षों में यमुनापार में नहीं खोला है। प्रतिभा विकास विद्यालय जहां पर गवर्नमेंट स्कूल के बच्चों का ही प्रवेश होता था, इन स्कूलों का नाम बदलकर म डॉक्टर अंबेडकर स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस कर दिया है जिसमें अब प्राइवेट स्कूल के बच्चे भी पढ़ाया जाएंगे। यमुना पार के गांव व अनऑथराइज्ड कॉलोनियां, जहां पर अधिकतम जनसंख्या रहती है उनकी भी उपेक्षा इस बजट में की गई है।
RNI No. : DELHIN/2012/46367