मनीष सूर्यवंशी ( वीर सूर्या टाइम्स )
उत्तर पूर्वी दिल्ली स्थित गंगा विहार में प्रतिष्ठा युवा संगठन एवं स्मृति क्रिएटिव आर्ट एंड कल्चर सोशल समिति द्वारा संयुक्त रूप से विश्व क्षय रोग दिवस 24 मार्च के उपलक्ष्य में ( टी़.बी.) के बचाव, नियंत्रण व इलाज पर विचार संगोष्ठी का आयोजन किया कार्यक्रम में संगठन एवं समिति के संस्थापक एवं स्वास्थ्य पर्यवेक्षक मोहित कुमार उपस्थित रहे मोहित कुमार ने बताया कि इस बार विश्व टीबी दिवस 2023 की थीम ” हां, हम टीबी को समाप्त कर सकते है रखी गई है उन्होंने बताया कि यह हवा के माध्यम से फेलने वाला रोग है इसके लक्षण है दो सप्ताह से अधिक की खाँसी जो साधारण उपचार से ठीक ना हो, हल्का बुखार रहता हो, भूख कम लगती हो, वजन घट रहा हो या बलगम अथवा बलगम के साथ खून आता हो तो पास के डॅाट सेंटर पर जा कर जाँच अवश्य करवा लें जिससे समय रहते इस बीमारी का पता कर इसे फैलने से रोका जा सकता है इसकी जाँच व पूरा ईलाज दिल्ली के लगभग 735 डॅाट सेन्टरों पर मुफ्त दिया जाता है तथा 203 माइक्रोस्कोपी सेंटर है इसके बचाव के लिए रोगी को खॅासते, छीकते समय मॅुह व नाक को रूमाल से ढके, रोगी यहाँ वहा ना थूके, रोगी को धूम्रपान, मदिरा व नशीली वस्तुओं का प्रयोग नहीं करना चाहिए व रोगी को क्षय रोग का पूरा ईलाज 6 से 8 माह तक डॉक्टर की सलाह व देख रेख में लेना चाहिए तथा बीच मे ईलाज को अधूरा न छोड़े नहीं तो यह लाईलाज बीमारी के रूप मे हो सकती हैं इसी दिशा में संगठन ने जिला प्रशासन उत्तर पूर्व के माध्यम से स्वयं सेवक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया था जिसमें 50 स्वयं सेवकों को क्षय रोग की जानकारी के साथ पुष्टि होने पर कैसे आर्थिक सहायता प्राप्त कर सकते हैं उसकी जानकारी विशेषज्ञों के माध्यम से उपलब्ध कराई गई जो अपने आस पास रहने वाले लोगों पे नज़र रखेंगे कि कही कोई ऐसा व्यक्ति तो नहीं हैं जो बीमार हो और उसमें कोई लक्षण दिखाई देते हो वो स्वयं सेवक उनको पास की डिस्पेंसरी में जाने के लिये प्रेरित करेगा और पुष्टि होने पे ध्यान भी रखेगा कि वो समय पे पूरा ईलाज ले प्राशी और अरुणिता ने बताया कि जब हम प्रतिष्ठा युवा संगठन के जागरूकता कार्यक्रम मे प्रतिभागी के रूप से जुड़े थे तब हमे पता चला कि अगर इसका सही ईलाज नहीं लिया जाये तो यह एक व्यक्ति से कई व्यक्तियों को ग्रसित कर सकता है और मोहित जी ने तो दिल्ली टी.बी. एसोसियेशन के साथ कई संस्थाओ को जोड़ा भी है और कई हजार युवाओ को 15 वर्षो में जागरूक किया है जिसमें से कुछ युवा स्वयं सेवक बन कार्य कर रहे है फातिमा, ज्योति, कनक, मेघा, अनुराधा शर्मा ने भी अपने अपने विचार व्यक्त कि कुछ युवाओं ने कहाँ कि भारत सरकार को क्षय रोग के मरीजों के लिए जो आर्थिक मदद रखी हैं उसको बढ़ाना चाहिए और सिटी स्कैन और अन्य टैस्ट को निशुल्क करना चाहिए जिससे गरीबों को समय रहते इलाज मिल सकें संगोष्ठी में भाग लेने वाले युवाओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया इसमे सहयोग अंशिका जैन, शशी, इकरा, काजल आदि का रहा
RNI No. : DELHIN/2012/46367