गुरु तेग बहादुर हॉस्पिटल के OPD में महीने भर से नहीं है बिजली

मनीष सूर्यवंशी (वीर सूर्या टाइम्स )
उत्तर पूर्वी दिल्ली के दिशा गार्डन स्थित गुरु तेग बहादुर हॉस्पिटल के सर्जरी विभाग के ओपीडी कमरा नं 114 औऱ 117 मे पिछले एक महीने से लाइट, पंखा और AC नही चल रहें है जिसके चलते डॉ.नहीं बैठ रहे हैं और मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । कर्मचारियों से पूछ ताछ मे पता चला कि इन दो कमरों के बिजली के तार चोर एक महीने के अंदर चार बार काट कर चोरी कर चुके हैं । हॉस्पिटल के बिजली विभाग ने चार बार तार बदलने की बात कही है और अब तार बदलने से मना कर दिया है ।
बताते हैं कि अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर प्राइवेट कंपनी को देख रेख की जिम्मेदारी दे रखी है ,उसके बाबजूद धरल्ले से मरीज़ों के मोटरसाइकिल चोरी हो रहीं हैं । हॉस्पिटल के सामानों की भी चोरी हो रही है बिजली के तार, AC के कॉपर तार आये दिन चोरी हो रहे हैं ।
हॉस्पिटल के सुरक्षा व्यवस्था का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है
आपको बताते चलें अभी पिछले सप्ताह दो बार मरीजो औऱ डॉक्टरों के जान के ऊपर खतरा बन आयी जिसमें एक बार गार्डो के रहते हुए मरीज के परिजनों ने लेबर रूम में खुस कर डॉक्टरों के साथ मार पीट की तथा दूसरी घटना में अपराधियों ने वार्ड 24 में भर्ती मरीज की गोली मार कर हत्या कर दी।
इस वजह से पिछले एक सफ्ताह में दो बार डॉक्टरों- कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी।
जब हमारे संवाददाता मनीष सूर्यवंशी ने OPD में बिजली से संबंधित जानकारी को ले कर अस्प्ताल के अधीक्षक से मिलने का प्रयास किया तो सुरक्षा गार्ड ने ऊपर जाने से मना कर दिया तथा बताया कि मैडम नही आई है ।
इस मंगलवार को ही स्वास्थ विभाग के स्पेशल सेक्रेटरी दानिश अशरफ ने स्वंय अस्प्ताल आकर हड़ताली कर्मचारियों-डॉक्टरों से वार्ता की थी और अस्प्ताल प्रशासन को व्यवस्था सुधारने को कहा था परंतु कहते हैं कि अस्पताल के अंदर सुरक्षा के नाम पर बहुत बड़ा खेल चल रहा है । हॉस्पिटल के अधिकारी कंपनी से मोटी रकम वसूलते हैं और एक ही कंपनी को वर्षों से ठेका देते आ रहे हैं । अस्पताल में में लगे हुये ज्यादातर गार्ड शारीरिक रूप से स्वस्थ नहीं है और उन्हें कोई ट्रेनिंग भी नही दी गई है ।स्वास्थ विभाग ने अस्पताल के अधीक्षक को निर्देश दिया था कि इस कंपनी का कार्य अगर ठीक नहीं है और डॉक्टर- कर्मचारियों की माँग है तो इसको हटा कर दूसरी कंपनी को ठेका दिया जाये।

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